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Agency:News18 Bihar
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औरंगाबाद में कई ऐसे युवा व्यवसाई हैं जो अपने नए नए स्टार्टअप से जिले का नाम रौशन कर रहे हैं. वहीं औरंगाबाद के युवा व्यवसाई राकेश रंजन ने घर के किचन और भोजन में इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट को अपना व्यवसाय बना लि…और पढ़ें

आचार पापड़ की बिक्री करते दुकानदार
हाइलाइट्स
- राकेश रंजन आचार पापड़ से सालाना 10 लाख कमाते हैं.
- 20 वर्षों से आचार पापड़ का व्यवसाय कर रहे हैं.
- रोजाना 10 हजार रुपए से अधिक की बिक्री होती है.
औरंगाबाद : औरंगाबाद में कई ऐसे युवा व्यवसाई हैं जो अपने नए नए स्टार्टअप से जिले का नाम रौशन कर रहे हैं. वहीं औरंगाबाद के युवा व्यवसाई राकेश रंजन ने घर के किचन और भोजन में इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट को अपना व्यवसाय बना लिया और इससे सालाना कि 10 लाख रुपए से अधिक का मुनाफा कमाते हैं.
20 वर्षों से बना रहे आचार
बता दें जिले के सदर प्रखंड के कुशवाहा नगर निवासी राकेश रंजन पिछले 20 वर्षों से आचार पापड़ का व्यवसाय कर रहे हैं, जिसमें रोजाना की बिक्री 10 हजार रुपए से अधिक की होती है. राकेश रंजन ने बताया कि उनकी दादी के द्वारा आचार और पापड़ बनाने का काम किया जाता था. आसपास के लोगों ने भी दादी से आचार बनवाना शुरू किया. उसके बाद धीरे धीरे दादी इसके लिए पैसे लेने लगी. काम बढ़ने लगा तो दादी ने ही आसपास कि कुछ लोगों को काम करने के लिए रख लिया.
कई खास किस्म के आचार
राकेश रंजन ने बताया कि जैसे जैसे काम बढ़ता गया उन्होंने इसका बिजनेस भी बढ़ाया. अब उनके द्वारा आचार पापड़ सहित कई अन्य तरह की अचार जिसमें आम का आचार, कटहल का आचार, मिर्च आचार, मूली आचार सहित कई तरह के पापड़ की बिक्री की जाती हैं. इसके लिए दुकानदार ने कई तरह के आधुनिक मशीनें भी लगाई हैं, जिसके माध्यम से उनका प्रोडक्ट आसानी से पैक हो जाता हैं. राकेश रंजन ने बताया कि अपने प्रोडक्ट का राष्ट्रीय और राजकीय मेले में स्टॉल लगाया जाता हैं.
रोजाना 10 हजार की बिक्री
बता दें इस प्रोडक्ट की बिक्री बिहार सहित झारखंड एवं अन्य शहरों में की जाती हैं. राकेश रंजन ने बताया कि उनके इस कारखाने में 15 से अधिक स्टाफ काम करते है, जिनमें 10 से अधिक सिर्फ़ महिलाएं हैं. युवा व्यवसाई राकेश रंजन आने वाले समय में अपने प्रोडक्ट की ऑनलाइन बिक्री भी करेंगे.
Aurangabad,Aurangabad,Bihar
February 08, 2025, 21:53 IST
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