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Success Story: अमरीश शर्मा ने जापान में अच्छी नौकरी छोड़कर मुरादाबाद में गाय के गोबर से उत्पाद बनाकर भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने का काम शुरू किया है. उन्होंने एमए, एमबीए सहित कई कोर्स किए हैं.

संस्कृति को बढ़ावा दे रहे अमरीश।
हाइलाइट्स
- अमरीश शर्मा ने जापान में नौकरी छोड़ मुरादाबाद में काम शुरू किया.
- गाय के गोबर से उत्पाद बनाकर भारतीय संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं.
- एमए, एमबीए सहित कई कोर्स और डिप्लोमा किए हैं.
पीयूष शर्मा/मुरादाबाद : मुरादाबाद के अमरीश शर्मा ने अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए जापान में अच्छे पैकेज की नोकरी छोड़ दी. अमरीश शर्मा ने एमए एमबीए किया है. इसके साथ ही इलेक्ट्रीशियन सहित कई ऐसे डिप्लोमा कोर्स किए हैं, जिसके बाद उनकी एक नहीं कई जगह जॉब लग गई थी. लेकिन अब उन्होंने सब छोड़कर गाय के गोबर से उत्पाद बनाकर संस्कृति को बढ़ावा देने का काम किया है.
कई कोर्स कर छोड़ी नौकरी
अमरीश शर्मा ने बताया कि उन्होंने एमए, एमबीए, ज्योतिष आचार्य, जैपनीज लैंग्वेज कोर्स, इलेक्ट्रीशियन ट्रेड ,ऑटोमोबाइल्स ट्रेड सहित कई कोर्स और कई डिप्लोमा की पढ़ाई की है. इसके साथ ही इन सभी फील्ड में मैं अलग-अलग जगह पर जॉब की है. लास्ट ईयर जो मेरी जॉब चल रही थी वह जापानी लेंग्वेज गाइड की लगी थी. जहां मुझे लाखों में सैलेरी मिली थी. उन्होंने कहा कि उन्होंने जापानी लोगों के साथ काम किया था. जिसमें देखा था कि वह अपने देश के प्रति बहुत ज्यादा वफादार थे. इसके अलावा वह ज्यादातर अपने यहां की चीज ही खाना पसंद करते हैं. बाहर की चीज बहुत कम पसंद करते हैं. जब मैंने देखा कि यह लोग इतने वफादारी के साथ अपने देश की चीजों का इस्तेमाल करते हैं और अपने देश के प्रति वफादार हैं, तो क्यों न मैं भी अपने देश के प्रति काम करूं और अपनी जो पुरानी संस्कृति है, सनातन संस्कृति है उसको बढ़ावा दूं.
नोकरी छोड़ शुरू किया यह काम
अमरीश शर्मा ने बताया कि फिर उन्होंने जॉब छोड़कर मुरादाबाद की कान्हा गौशाला में गाय के गोबर से विभिन्न उत्पाद बनाने का काम शुरू किया. आज वह खुद मशीनों का निर्माण करते हैं. इसके अलावा गाय के गोबर से तैयार किए गए विभिन्न उत्पाद दूर दराज भेजते हैं. जिससे हमारी संस्कृति को बढ़ावा मिल सके. यह काम वह निस्वार्थ कर रहे हैं.
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